43أَرَأَيتَ مَنِ اتَّخَذَ إِلٰهَهُ هَواهُ أَفَأَنتَ تَكونُ عَلَيهِ وَكيلًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीक्या तुमने उस शख्स को भी देखा है जिसने अपनी नफ़सियानी ख्वाहिश को अपना माबूद बना रखा है तो क्या तुम उसके ज़िम्मेदार हो सकते हो (कि वह गुमराह न हों)