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Sura 25
Aya 5
5
وَقالوا أَساطيرُ الأَوَّلينَ اكتَتَبَها فَهِيَ تُملىٰ عَلَيهِ بُكرَةً وَأَصيلًا

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

कहते है, "ये अगलों की कहानियाँ है, जिनको उसने लिख लिया है तो वही उसके पास प्रभात काल और सन्ध्या समय लिखाई जाती है।"