5وَقالوا أَساطيرُ الأَوَّلينَ اكتَتَبَها فَهِيَ تُملىٰ عَلَيهِ بُكرَةً وَأَصيلًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकहते है, "ये अगलों की कहानियाँ है, जिनको उसने लिख लिया है तो वही उसके पास प्रभात काल और सन्ध्या समय लिखाई जाती है।"