51۞ وَلَقَد وَصَّلنا لَهُمُ القَولَ لَعَلَّهُم يَتَذَكَّرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हम उनके लिए वाणी बराबर अवतरित करते रहे, शायद वे ध्यान दें