62وَيَومَ يُناديهِم فَيَقولُ أَينَ شُرَكائِيَ الَّذينَ كُنتُم تَزعُمونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जिस दिन ख़ुदा उन कुफ्फ़ार को पुकारेगा और पूछेगा कि जिनको तुम हमारा शरीक ख्याल करते थे वह (आज) कहाँ हैं (ग़रज़ वह शरीक भी बुलाँए जाएँगे)