You are here: Home » Chapter 28 » Verse 66 » Translation
Sura 28
Aya 66
66
فَعَمِيَت عَلَيهِمُ الأَنباءُ يَومَئِذٍ فَهُم لا يَتَساءَلونَ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

तब उस दिन उन्हें बातें न सूझ पडेग़ी (और) फिर बाहम एक दूसरे से पूछ भी न सकेगें