4أَم حَسِبَ الَّذينَ يَعمَلونَ السَّيِّئَاتِ أَن يَسبِقونا ۚ ساءَ ما يَحكُمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदया उन लोगों ने, जो बुरे कर्म करते है, यह समझ रखा है कि वे हमारे क़ाबू से बाहर निकल जाएँगे? बहुत बुरा है जो फ़ैसला वे कर रहे है