43وَتِلكَ الأَمثالُ نَضرِبُها لِلنّاسِ ۖ وَما يَعقِلُها إِلَّا العالِمونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर हम ये मिसाले लोगों के (समझाने) के वास्ते बयान करते हैं और उन को तो बस उलमा ही समझते हैं