17فَسُبحانَ اللَّهِ حينَ تُمسونَ وَحينَ تُصبِحونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअतः अब अल्लाह की तसबीह करो, जबकि तुम शाम करो और जब सुबह करो।