23وَمِن آياتِهِ مَنامُكُم بِاللَّيلِ وَالنَّهارِ وَابتِغاؤُكُم مِن فَضلِهِ ۚ إِنَّ في ذٰلِكَ لَآياتٍ لِقَومٍ يَسمَعونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर रात और दिन को तुम्हारा सोना और उसके फज़ल व करम (रोज़ी) की तलाश करना भी उसकी (क़ुदरत की) निशानियों से है बेशक जो लोग सुनते हैं उनके लिए इसमें (क़ुदरते ख़ुदा की) बहुत सी निशानियाँ हैं