1الحَمدُ لِلَّهِ الَّذي لَهُ ما فِي السَّماواتِ وَما فِي الأَرضِ وَلَهُ الحَمدُ فِي الآخِرَةِ ۚ وَهُوَ الحَكيمُ الخَبيرُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीहर क़िस्म की तारीफ उसी खुदा के लिए (दुनिया में भी) सज़ावार है कि जो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है (ग़रज़ सब कुछ) उसी का है और आख़ेरत में (भी हर तरफ) उसी की तारीफ है और वही वाक़िफकार हकीम है