36قُل إِنَّ رَبّي يَبسُطُ الرِّزقَ لِمَن يَشاءُ وَيَقدِرُ وَلٰكِنَّ أَكثَرَ النّاسِ لا يَعلَمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकहो, "निस्संदेह मेरा रब जिसके लिए चाहता है रोज़ी कुशादा कर देता है और जिसे चाहता है नपी-तुली देता है। किन्तु अधिकांश लोग जानते नहीं।"