44وَما آتَيناهُم مِن كُتُبٍ يَدرُسونَها ۖ وَما أَرسَلنا إِلَيهِم قَبلَكَ مِن نَذيرٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (ऐ रसूल) हमने तो उन लोगों को न (आसमानी) किताबें अता की तुम्हें जिन्हें ये लोग पढ़ते और न तुमसे पहले इन लोगों के पास कोई डरानेवाला (पैग़म्बर) भेजा (उस पर भी उन्होंने क़द्र न की)