144لَلَبِثَ في بَطنِهِ إِلىٰ يَومِ يُبعَثونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतो उसी के भीतर उस दिन तक पड़ा रह जाता, जबकि लोग उठाए जाएँगे।