You are here: Home » Chapter 4 » Verse 125 » Translation
Sura 4
Aya 125
125
وَمَن أَحسَنُ دينًا مِمَّن أَسلَمَ وَجهَهُ لِلَّهِ وَهُوَ مُحسِنٌ وَاتَّبَعَ مِلَّةَ إِبراهيمَ حَنيفًا ۗ وَاتَّخَذَ اللَّهُ إِبراهيمَ خَليلًا

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

और उस शख्स से दीन में बेहतर कौन होगा जिसने ख़ुदा के सामने अपना सरे तसलीम झुका दिया और नेको कार भी है और इबराहीम के तरीके पर चलता है जो बातिल से कतरा कर चलते थे और ख़ुदा ने इब्राहिम को तो अपना ख़लिस दोस्त बना लिया