You are here: Home » Chapter 29 » Verse 30 » Translation
Sura 29
Aya 30
30
قالَ رَبِّ انصُرني عَلَى القَومِ المُفسِدينَ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

तब लूत ने दुआ की कि परवरदिगार इन मुफ़सिद लोगों के मुक़ाबले में मेरी मदद कर