31وَلَمّا جاءَت رُسُلُنا إِبراهيمَ بِالبُشرىٰ قالوا إِنّا مُهلِكو أَهلِ هٰذِهِ القَريَةِ ۖ إِنَّ أَهلَها كانوا ظالِمينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(उस वक्त अज़ाब की तैयारी हुई) और जब हमारे भेजे हुए फ़रिश्ते इबराहीम के पास (बुढ़ापे में बेटे की) खुशखबरी लेकर आए तो (इबराहीम से) बोले हम लोग अनक़रीब इस गाँव के रहने वालों को हलाक करने वाले हैं (क्योंकि) इस बस्ती के रहने वाले यक़ीनी (बड़े) सरकश है