52قُل كَفىٰ بِاللَّهِ بَيني وَبَينَكُم شَهيدًا ۖ يَعلَمُ ما فِي السَّماواتِ وَالأَرضِ ۗ وَالَّذينَ آمَنوا بِالباطِلِ وَكَفَروا بِاللَّهِ أُولٰئِكَ هُمُ الخاسِرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतुम कह दो कि मेरे और तुम्हारे दरमियान गवाही के वास्ते ख़ुदा ही काफी है जो सारे आसमान व ज़मीन की चीज़ों को जानता है-और जिन लोगों ने बातिल को माना और ख़ुदा से इन्कार किया वही लोग बड़े घाटे में रहेंगे