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Sura 33
Aya 44
44
تَحِيَّتُهُم يَومَ يَلقَونَهُ سَلامٌ ۚ وَأَعَدَّ لَهُم أَجرًا كَريمًا

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

जिस दिन उसकी बारगाह में हाज़िर होंगे (उस दिन) उनकी मुरादात (उसकी तरफ से हर क़िस्म की) सलामती होगी और खुदा ने तो उनके वास्ते बहुत अच्छा बदला (बेहश्त) तैयार रखा है