44تَحِيَّتُهُم يَومَ يَلقَونَهُ سَلامٌ ۚ وَأَعَدَّ لَهُم أَجرًا كَريمًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजिस दिन उसकी बारगाह में हाज़िर होंगे (उस दिन) उनकी मुरादात (उसकी तरफ से हर क़िस्म की) सलामती होगी और खुदा ने तो उनके वास्ते बहुत अच्छा बदला (बेहश्त) तैयार रखा है